पूर्णियां/मलय कुमार झा
कैंसर की बीमारी का नाम सुनते ही लोग घबरा जाते हैं।यूं तो इससे शरीर के कई अंग प्रभावित होते हैं मगर महिलाएं विशेष कर स्तन कैंसर के साथ साथ सर्वाइकल कैंसर से जूझ रही हैं। जन जागरूकता की कमी के कारण महिला कैंसर रोगी खुलकर अपनी बातों को नहीं रख पाती हैं। यूनिसेफ की रिपोर्ट के मुताबिक भारत में लगभग 70 फीसदी महिलाएं इस रोग से ग्रसित हैं। इस बीमारी से निजात दिलाने के लिए एचपीवी टीका का ईजाद किया गया है। जो 9 साल से 14 साल की बच्चियों को दिया जाएगा। छह महीने के अंतराल पर दो बार दवा दी जाएगी। इन्हीं सब विषयों को ध्यान में रखकर यूनिसेफ और पूर्णियां जिला स्वास्थ्य विभाग द्वारा प्रमंडल स्तरीय मीडिया जागरूकता अभियान का आयोजन किया गया । जिसमें सर्वाइकल कैंसर की समस्या, इसके निदान के लिए टीकाकरण अभियान और जन जागरूकता में मीडिया की भूमिका पर विस्तार से चर्चा की गई। डॉक्टरों ने बताया कि सर्वाइकल कैंसर कुछ तरह के एचपीवी के लगातार बने रहने वाले संक्रमण के कारण होता है जो पूरी तरह रोके जाने योग्य है सामूहिक जागरूकता और रोकथाम के उपाय के साथ भारत एक ऐसे भविष्य की ओर बढ़ सकता है जहां कोई भी महिला सर्वाइकल कैंसर के कारण अपनी जान ना गंवाए। इसके लिए सामूहिक जागरूकता की जरूरत है।
इस मौके पर यूनिसेफ के स्टेट कम्युनिकेशन अधिकारी पूजा ने बताया कि इस तरह के कार्यक्रम का मकसद ज्यादा से ज्यादा लोगों में जन जागरूकता फैलाना और टीकाकरण को प्रमोट करना है । वहीं पूर्णिया के सिविल सर्जन पीके कनौजिया ने बताया कि इससे पहले भी टीकाकरण के कार्य किए गए हैं। लेकिन अभी भी बड़ी संख्या में एचपीवी टीका लगाना बांकी है। जिसमें मीडिया की अहम भूमिका हो सकती है ।

